बढ़ते जहरीले प्रदूषण ने आम जन-जीवन को धूल-धुवाँ युक्त कर दिया है ऐसे में संतुलित और स्वस्थ जीवन जीना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। ऐसे माहौल में शरीर के अंगों का ध्यान न दे पाना एक गंभीर विषय है, इसके साथ ही बढ़ती हुई डिजिटल जिंदगी में शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंग 'आंखों' का ख्याल रख पाना एक बड़ी समस्या है।
पूरे विश्व की आबादी का एक बड़ा हिस्सा आँखों की गंभीर समस्या से ग्रसित है 'अंतराष्ट्रीय जर्नल लैसेन्ट' की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया मे 110 करोड़ लोग आंखों की गंभीर समस्या से जूझ रहें हैं। आंखों को स्वस्थ,सुंदर और संतुलित रोशनी को बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताए गयें हैं आप इन्हें फ़ॉलो कर सकते हैं
स्वस्थ और सुन्दर आंखें - Healthy Eyes
आजकल भारत में आमतौर पर बालावस्था में स्कूल के ही दिनों से चश्मा लग जाता है आंखों के कमजोर होने के कई मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कि खानपान, दिनचर्या और मुख्य रूप से डिजिटल गैजेट जैसे कि मोबाइल,लैपटॉप इत्यादि इसीलिए आपको बताने जा रहे हैं आंखों को स्वस्थ करने के कुछ खास टिप्स
सन्तुलित आहार (Diet)
आँखों को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी Vitamin-A है जिसे हम गाजर,पपीता,आम,दूध जैसे खाद्य पदार्थों से प्राप्त कर सकते हैं। हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन आवश्यक है, Omega-3, Fatty acids, zinc, विटामिन-C और E यह सभी आँखों की रोशनी को संतुलित बनाए रखने में सहायक हैं इन्हें अपने भोजन में अवश्य ही शामिल करना चाहिए।
आंखों के लिए जरूरी व्यायाम (Exercise)
किसी पेन्सिल या नुकीली चीज के टिप पर ध्यान केंद्रित करें और उसे एक निश्चित समय पर पास लाएं और दूर ले जाएँ, इस एक्सरसाइज को पेन्सिल पुशअप्स के नाम से जाना जाता है। अपनी आंखों की पुतलियों को चारों ओर गोल गोल घुमाएँ इससे आपकी आँखें स्वस्थ रहेंगी,यह एक बेहतर एक्सरसाइज है।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूरी बरतें
डिजिटल क्रांति के दौर में यह मुश्किल काम है लेकिन नामुमकिन नही है, Laptop, Computer, या Smartphone से बहुत सी हानिकारक किरणें निकलती हैं,जैसे कि-
- High Electromagnetic Radiation.
- Low Electromagnetic Radiation.
- Nuclear Radiation.
साथ ही साथ गामा किरणें निकलती हैं इससे बचाव के लिए डिवाइस पर काम करते समय Anti-Glare चश्मों का इस्तेमाल करना चाहिए। यह चश्मे कम कीमत के होते हैं जिन्हें AR-coated चश्मों के नाम से भी जाना जाता है।
Sun-Rays से बचाव
सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणें(UV-rays) जिस तरह से स्किन और बालों के लिए हानिकारक है उसी प्रकार UVA-Rays और UVB-Rays यह दोनों ही किरणें हमारी आँखों के लिए बेहद हानिकारक हैं।
इन हानिकारक किरणों की वजह से 'मोतियाबिंद' जैसी बीमारियां होती हैं इसलिए धूप में निकलने के पहले हमें अच्छी गुणवत्ता का Sunglass इस्तेमाल करना चाहिए।
यह भी पढ़ें,
- बालों को लंबा, चमकदार और मजबूत बनाने के उपाय
- स्वस्थ निरोगी और ग्लोइंग त्वचा (Glowing Skin) के लिए अपनाएँ यह 5 टिप्स
डार्क सर्कल से बचाव
ज्यादा देर तक कंप्यूटर या अन्य किसी डिजिटल स्क्रीन में काम करने से आंखों की रोशनी पर प्रभाव तो पड़ता ही है साथ ही साथ आँखों के नीचे काले घेरे(Dark Circle) पड़ जाते हैं इन घेरों से बचने के लिए हर घंटे में 10 मिनेट का ब्रेक लेना अनिवार्य होता है। खीरे के स्लाइस का प्रयोग आपकी आंखों को ठंडक पहुचाता है आलू का जूस डार्क सर्कल को खत्म करता है, आइस क्यूब का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आंखों को स्वस्थ और संतुलित रोशनी के लिए समय समय पर साफ पानी से धुलते अवश्य रहना चाहिए।
लास्ट शब्द
वैसे तो समय पर आंखों की जांच बहुत जरूरी हैं और शुरुवाती कमी के जब लक्षण हो तभी डॉक्टर की सलाह लें और यह उपाय लंबे समय तक करते जाएं बेहतर यही होता है कि पहले से ही इतना ध्यान दें कि बीमारी छू भी न पाए।