C.U.E.T (Central University Entrance Test) टेस्ट उन Students के लिए है जो इस साल 12th Class में Appear होंगे या पास कर चुके हैं,और Under Graduate Course में एडमिशन लेना चाहते हैं UGC ने साफ कहा है
कि Central University में एडमिशन लेने के लिए यह टेस्ट देना अनिवार्य है और साथ ही यह घोषित किया है कि जितने भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन होंगे वह CUET के माध्यम से किये जाएंगे।
CUET Test क्या है
Central university Entrance Test एक प्रकार का Admission Test है जो Students 12th क्लास के बाद आगे के कोर्स के लिए किसी Central University और State University के Under Graduate Program में प्रवेश पाना चाहते हैं वह CUET Test के माध्यम से दाखिला पा सकते हैं,अभी तक इस Exam के अंतर्गत 45 Central University और लगभग इतनी ही अन्य संस्थानों में एडमिशन पा सकते हैं CUET का Exam NTA संस्थान द्वारा आयोजित किया जाता है आइये विस्तार से जानते हैं इस परीक्षा के बारे में:-
CUET के बारे में New Education Policy 2020 का क्या कहना है
New Education Policy के अनुसार Central Government ने इस बात का प्रपोजल दिया था कि जो भी Central Universities है उनमें Admission के लिए एक कॉमन टेस्ट होना चाहिए।
गवर्नमेंट के इस प्रपोज़ल के बाद UGC (University Grants Commission) ने Central Universities टेस्ट को लेकर कुछ Guidelines बनायी।
Note: ऐसा नहीं था कि इसके पहले कोई Common Entrance Test नहीं होता था लेकिन इसके पहले उस Test को कुछ लिमिटेड University ही वैध मानती थी,लेकिन अब UGC ने यह घोषित कर दिया है कि CUET को हर Central University को मान्य करना अनिवार्य होगा।
यूजीसी ने यह भी जारी किया कि दूसरी यूनिवर्सिटीज चाहे Private University हो या State University इस टेस्ट के तहत Under Graduate Course में Admission दे सकती हैं। CUET टेस्ट के तहत Post Graduate Course में भी एडमिशन मिलेगा,लेकिन फिलहाल पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए कोई भी संस्थान या यूनिवर्सिटी बाध्य नही है।
CUET टेस्ट को NTA (National Testing Agency) द्वारा कंडक्ट करवाया जाएगा। NTA एक Specialist Autonomous Body है जिसका काम है Entrance Test को कंडक्ट करवाना। CUET को लेकर UGC के Chairmen Professor M. Jagadesh Kumar जी द्वारा कुछ Guidelines जारी की गयी हैं जो कि इस प्रकार प्रकार हैं:-
- Class 12th Board के Marks का इस टेस्ट में कोई भी वेटेज नहीं रहेगा।
- CUET का Exam आरक्षित (Reserved) सीटों में कोई भी हस्तक्षेप नहीं करेगा।
- यह भी कहा गया है कि International Students को CUET का EXAM देना Compulsory नही होगा।
- CUET Exam 13 भाषाओं मे संचालित करवाया जाएगा जिसमें Telgu, Hindi, Marathi, Gujrati, Tamil, Kannad, Malayalam, Urdu, Asami, Bengali, Punjabi, Udiya और English है।
CUET का Syllabus
CUET के Syllabus की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:-
- Class 12th NCERT लेवल के प्रश्न पूछे जाएंगे।
- यह भी बताया गया है कि जो स्टूडेंट अपना Stream (विषय) में बदलाव करना चाहते हैं वह भी 12th के बाद बदल सकते हैं।
CUET का EXAM Pattern के तीन सेक्शन हैं:-
SECTION-1 इसमें 13 भाषाएं दी गई हैं दी हुई Languages में Candidate अपनी मनपसन्द भाषा का चयन कर सकता है इसी Section में एक Optional भाग भी है जिसके तहत अभ्यर्थी को अन्य भाषाओं को चयन करने का भी मौका मिलेगा जैसे कि French, Spanish German, Nepali, Persian, Italian, Arabic, Sindhi, Kashmiri, Konkani, Bodo, Dogri, Maithili, Manipuri, Santhali, Tibetan, Japanese, Russian और Chinese इनमे से चयन कर CUET का एग्जाम अभ्यर्थी द्वारा दिया जा सकता है। चूंकि यह आप्शनल है इसलिए हर स्टूडेंट इन भाषा का चुनाव नही करेगा।
SECTION-2 यह domain-specific विषयों को कवर करता है इसमें CUET के अंदर 27 Domains(कार्यक्षेत्र) में देखने को मिलते हैं जिसमें से एक विद्यार्थी अधिकतम 6 Domain Subjects का चुनाव कर सकता है फिर वह इन्ही चुने हुए domains विषयों के अनुसार टेस्ट देगा।
SECTION-3 यह एक Optional Section है इस सेक्शन के अंदर General Test होगा जिसमें
- General Aptitude
- Logical Reasoning
- Competitive Aptitude
- Numerical Ability
Mental Ability जैसे टॉपिक्स से प्रश्न आएंगे। चूंकि यह सेक्शन भी ऑप्शनल है इसलिए हर स्टूडेंट्स को यह एग्जाम देने की बाध्यता नहीं है।
Note: UGC ने इस बात को क्लेरिफाई किया है कि कुछ Universities (Section-3)को अनिवार्य कर सकती हैं इसलिए जो Candidates उन यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं जो section-3 को मान्य करती हैं, ऐसे विद्यार्थियों के लिए यह सेक्शन अटेंड करना अनिवार्य होगा।
CUET Exam Shifts के आधार पर
यह परीक्षा दो Shifts में कंडक्ट करायी जाती है
Shift-1
- इसमे Students को Section-1 Attempt करना होगा।
- 6 Domains Subjects में से 2 Domain Subjects का Test देना होगा।
- Section-3 का General टेस्ट भी शिफ्ट-1 में होगा।
Shift-2
- जो भी Domain Subjects बचे होंगे उनका Test Shift-2 में होगा।
- जो भी अन्य भाषाएँ Candidates ने चुनी होंगी उसका टेस्ट भी शिफ्ट-2 के अंतर्गत होगा।
- Question Paper MCQ पर आधारित होगा और गलत उत्तर के लिए Negative Marking का प्रावधान होगा।
Note: हर शिफ्ट का समय 4 घंटे का होगा
CUET की जरूरत क्यों
CUET के माध्यम से स्टूडेंट्स का सही तथा निष्पक्ष मूल्यांकन हो पाएगा,निष्पक्ष मूल्यांकन से तात्पर्य यह है कि जो स्टूडेंट्स CBSE बोर्ड में 90%अंक ला रहे हैं क्या वह State Board में भी इतने अंकों के साथ पास होंगे या फिर जो स्टेट लेवल के एग्जाम में Highest हैं क्या वह CBSE में भी हाइजेस्ट हो पाएंगे?? इन दोनों बातों की तुलना कर पाना मुश्किल है।
इस कारण जब कॉलेज 12TH Class या मेरिट के आधार पर एडमिशन देते हैं उससे कहीं न कहीं भेदभाव वाली स्थिति उतपन्न हो जाती है लेकिन CUET एग्जाम द्वारा इस समस्या का समाधान होगा। प्रवेश के दौरान अब अवास्तविक कटऑफ देखे जाते हैं जैसे Delhi University के कॉलेज जिनका कटऑफ 100 प्रतिशत तक चला जाता है।
CUET के द्वारा छात्रों को समान अवसर प्रदान होगा। जहां पर छात्र अपनी मेरिट के आधार पर प्रशिद्ध विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेते थे अब केवल एक एग्जाम के माध्यम से प्रवेश पा सकेंगे। CUET के द्वारा One Nation One Exam का भी सपना साकार हुआ है।
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CUET पर कुछ विचारात्मक तथ्य
हमारे देश में 12th तक की पढ़ाई हर राज्य की अलग है इस पर विचार करना चाहिए कि जितनी भी प्रतियोगी परीक्षाएं हैं उनमें सब की सहभागिता समान रहे हालांकि अभी भी समय समय पर सरकार नए नियम लाकर बदलाव करती है यह कुछ तथ्य हैं जिन पर एक बार सोचना अवश्य चाहिए।
- बोर्ड परीक्षा का महत्व कम होगा तथा आने वाले समय में स्टूडेंट्स क्लास 12th को गंभीरता से नहीं लेंगे।
- कोचिंग तथा ट्यूशंस पर भी स्टूडेंट्स ज्यादा निर्भर होंगे जिस प्रकार से वह IIT और NEET की तैयारी करते हैं।
- CUET का पाठ्यक्रम NCERT पर आधारित होगा जिससे सीबीएसई बोर्ड के अलावा दूसरे बोर्ड के छात्रों का नुकसान होगा।
- विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता प्रभावित होगी।
- CUET का एग्जाम नेशनल लेवल पर कंडक्ट कराना एक चुनौती होगा तथा यह एग्जाम Computer Based Test(CBT) होगा।
- CUET Exam छात्रों को सिर्फ एकेडमिक नॉलेज को टेस्ट करता है ना कि उनके रचनात्मक और महत्वपूर्ण ज्ञान को।
निष्कर्ष
CUET परीक्षा की बहुलता की समस्याओं को हल करेगा और एक समान अवसर प्रदान करेगा लेकिन भारतीय शिक्षा प्रणाली को जमीनी स्तर से बदलाव लाने की जरूरत है जहां शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए जो भविष्य की चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार करता है,तथा इसके साथ ही तथ्यात्मक, रचनात्मक,कृतित्त्व और व्यक्त्तिव का निर्माण करे।