बढ़ते हुए कॅरियर ऑप्शन और युवाओं के सपनों के उड़ानों के बीच सबसे बड़ी जद्दोजहद एक बेहतर Career Option का चुनाव करना है। कई बार सही जानकारी का अभाव होने पर कैरियर चुनने में गलतियाँ हो सकती हैं।
किसी भी देश की सम्पन्नता को मापने के एक मापदण्ड उसकी स्वास्थ्य व्यवस्था है और स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और मजबूत उसमे काम करने वाले employee होते हैं और स्वास्थ्य व्यवस्था की मुख्य कड़ी डॉक्टर को माना जाता है भारत मे तो Doctors को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है इन्ही Doctors को बनने की प्रक्रिया क्या होती है क्या Exams होते हैं क्या योग्यता होती है जानते हैं उसके बारे में विस्तार से
NEET (National Eligibility Cum Entrance Test) के बारे में
यह Exam भारत में मेडिकल एजुकेशन से जुड़े कोर्सेज जैसे:- MBBS और BDS में एडमिशन लेने के लिए ये एक क्वालीफाइंग एंट्रेस एग्जाम है। इस एग्जाम को क्लियर करने वाले स्टूडेंट्स को इस एग्जाम में एडमिशन मिल जाता है। हमारे देश में लगभग हर साल 20 लाख युवा इस परीक्षा में शामिल होते हैं। कुछ संख्या उनकी होती है जो उसी साल 12th की परीक्षा पास करके आते हैं।
NTA(National testing agency) द्वारा NEET परीक्षा का आयोजन
इस एग्जाम का आयोजन NTA द्वारा हर साल करवाया जाता है है। NEET का एग्जाम 2 स्तरों पर किया जाता है।
- पहला UG (Under Graduate) प्रोगाम
- दूसरा PG (Post graduate) प्रोगाम
Under Graduate Courses के तहत इस स्तर पर MBBS और BDS (Bachelor Of Dental Surgery) जैसे मेडिकल कोर्सेज में Admission के लिए हर साल NEET का Entrance एग्जाम होता है। Post Graduate Courses के बारे में के तहत इस स्तर पर MD और MS जैसे मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए NEET का एंट्रेंस एग्जाम होता है, यह MBBS(bachelor of Medicine And Bachelor Of Surgery) और BDS के बाद के Courses होते हैं
NEET की जरूरत क्यों
NEET का एग्जाम हर साल पूरे भारत में State और Central मिलाकर लगभग 489 medical collages में एडमिशन के लिए आयोजित किया जाता है। इसमे भारत के Top संस्थान शामिल हैं। NEET के पहले भी मेडिकल कोर्सेज में Entrance हुआ करते थे, NEET से पहले भारत में मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए अलग अलग लगभग 90 एग्जाम हुआ करते थे इसमें से AIPMT (All India Pre-Medical Test), CBSC (Central Board Secondary Education) द्वारा Conduct करवाया जाता था। इसके अलावा हर स्टेट (state)भी अलग- अलग इंट्रेस करवाता था।
इस स्थिति में स्टूडेंट्स को लगभग 7-8 एंट्रेंस एग्जाम देने पड़ते थे, इस प्रक्रिया से न ही सिर्फ स्टूडेंट्स को सभी एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन करना होता था बल्कि सभी एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन शुल्क और इस एग्जाम में बैठने के लिए बहुत सारा खर्चा भी हुआ करता था। इस आर्थिक बोझ से स्टूडेंट्स को बचाने तथा उनका ज्यादा समय और मेहनत न बेकार जाए इसलिए NEET का एक Single Stage का एग्जाम सरकार द्वारा पहली बार 5 May 2013 को सम्पन्न करवाया गया, जिससे कि Candidates एक परीक्षा में शामिल होकर भारत के किसी भी मेडिकल संस्थान में एडमिशन के पात्र बन सकते हैं।
एनएमसी एक्ट 2020
सरकार द्वारा पारित (NMC act) - National medical commission act द्वारा तय किया गया कि सिर्फ NEET Exam को क्लियर करके ही स्टुडेंट Medical Courses में एडमिशन ले सकता है।
NEET द्वारा AIPMT और स्टेट स्तर पर CET जैसे कि Delhi-PMT, MHCET, R-PMT, WBJEE, EAMCET जैसे Entrance Exams को Replace कर दिया है जिससे स्टूडेंट्स को एक साथ कई परीक्षाओं के बोझ से आजादी मिल गयी है।
NEET एग्जाम से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
नीट एग्जाम के पेपर के सन्दर्भ में कुछ बातों की जानकारी नीचे दी गई है तैयारी करने के पहले कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देना अत्यंत जरूरी है ताकि उसी आधार पर प्रिपरेशन को अंजाम दें।
- NEET (UG) - 2019 5 May को हुआ और 5 June 2019 को इसका रिज़ल्ट घोषित कर दिया गया है।
- ये एक सिंगल स्टेज एग्जाम है ये साल में एक बार होता है। 2021 मे NTA ने सरकार के सामने इस एग्जाम को साल में 2 बार करने का प्रस्ताव रखा जिससे स्टूडेंट्स का बोझ कम किया जा सकें लेकिन इसे पारित करना अभी तक संभव नहीं हो पाया।
- परीक्षा की अवधि तीन घंटे की होती है।
- इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न (Objective Type Questions) होते हैं और Negative Marking(1/4) भी होती है,एक प्रश्न 4 अंक का होता है गलत होने पर 1 अंक दण्ड स्वरूप काट लिया जाता है।
- इस एग्जाम में बैठने के लिए बारहवीं 12th में Physics, Chemistry, और Biology/Bio- technology विषय होने चाहिए। इन्ही तीन(PCM) विषयो में से प्रश्नों को NEET के एग्जाम में पूछा जाता है।
- इस एग्जाम को देने के लिए कैंडिडेट की उम्र 17 साल होनी चाहिए । हालाकि इस एग्जाम की कोई upper limit नहीं होती है।
- इस एग्जाम में बैठने के लिए unreserved category को क्लास 12th में Physics, Chemistry, और Biology विषयों में Minimum 50% मार्क्स की जरूरत होती है।
जबकि OBC और ST candidates के लिए यह 40% है। इस एग्जाम को देने की कोई सीमा नहीं है इसे कई बार दिया जा सकता है।
Note:- इस परीक्षा के सारे मापदंडों को पूरा करते हुए एक बात जो बहुत जरूरी है कि अपीयर होने वाला विद्यार्थी भारत का नागरिक होना चाहिए।