आज के समय में Social Media या ऑनलाइन अकाउंट का इस्तेमाल सभी लोग करते हैं और Mostly Users इस बात से अनजान रहते हैं की उनका सोशल मीडिया Account हैकर्स द्वारा हैक हो सकता है इसे सुरक्षा के संदर्भ में जागरूकता का अभाव भी कहा जा सकता है और यह तभी होता है जब एक उपयोगकर्ता अपने सोशल अकाउंट्स के प्रति गंभीरता से नहीं सोचता।
हमारे भारत देश में लगभग 70% ऐसे उपयोगकर्ता हैं जिन्हे अकाउंट्स सुरक्षित करने के लिए पूरी जानकारी नहीं होती और उनमें कुछ हैं जो Security को गहराई से नहीं लेते आज के इस लेख में हम इसी विषय में चर्चा करेंगे और जानेंगे Social Media या ऑनलाइन Security कैसे बढ़ाएं।
Social Media या ऑनलाइन Security
सोशल मिडिया में ऑनलाइन होने के साथ लोग अलग - अलग फोरम या पोर्टल पर भी ऑनलाइन एक्टिविटी करते हैं ऐसे में ऑनलाइन या सोशल मीडिया खाता सुरक्षित करना आवश्यक हो जाता है। Nowadays हमारी लगभग सारी जानकारी हमारे ऑनलाइन खाते में होती है और इन निजी जानकारी का इस्तेमाल स्पैमर्स या हैकर्स आपसे घोटाला करने के लिए करते हैं यदि प्रत्येक उपयोगकर्ता सही समय में सुरक्षा के प्रति जागरूक हो जाए तो वह अपनी Personal Information को सेफ रखेगा।
सोशल मीडिया में हमारी तस्वीरें रहती हैं एवं प्रियजनों से बात - चीत का पूरा डेटा रहता है जिन्हे सुरक्षित करना जरूरी होता है इसके लिए हमें सावधान होने की जरूरत है। सोशल मीडिया या ऑनलाइन अकाउंट्स को सुरक्षित करने के तरीकों को हम स्टेप By स्टेप समझेंगे।
Choose Strong Password
किसी भी उपयोगकर्ता के लिए पासवर्ड का चुनाव करना पहला स्टेप होता है। सोशल मीडिया के सुरक्षा के संदर्भ में पासवर्ड का चुनाव ऐसा होना चाहिए की कोई भी अनुमान न लगा पाए वरना आपकी निजी जानकारी डेटा लीक की संभावना बढ़ जाती है। Mostly यूजर्स पासवर्ड 123456789 कुछ इस प्रकार से रखते हैं और ऐसे पासवर्ड्स की सबसे खराब पासवर्ड का चुनाव माना जाता है। एक Strong Password कुछ इस प्रकार से होता है।
- पासवर्ड में हमेशा लेटर्स में कोई एक लेटर कैपिटल होना चाहिए।
- पासवर्ड के बीच में एक नंबर होना चाहिए।
- कुछ मामलों में पासवर्ड में एक Symbol का होना जरूरी होता है।
- पासवर्ड 6- 8 Word का होना चाहिए।
Use Two Step Verification or Second Layer Security Protection
पासवर्ड के बेहतर चुनाव से हमने अपने अकाउंट में सुरक्षा की एक दीवार तो खड़ी कर ली लेकिन वह दीवार कुछ मामलों में तोड़ी जा सकती है इसीलिए हमें दूसरी दीवार की भी जरूरत होगी क्योंकि दो दीवार में और ज्यादा मजबूती आएगी और इन्हे तोड़ना लगभग नामुमकिन हो जाएगा और वह दूसरी दीवार हमारी Second Layer Security या Two Step Verification कहलाएगी जिसे हमे एनेबल करना है।
Two Step Verification Enable करने पर जब भी हम अपना अकाउंट लॉगिन करेंगे तो पासवर्ड डालने के बाद फिर से एक Password डालना होगा जो की OTP के रूप में आएगा जिस नंबर को आप Security के लिए डालेंगे उसी में OTP आएगा ध्यान रहे जिसमे OTP आता है तो वह नंबर आपके हो पास रहना चाहिए।
- नंबर चालू रहना चाहिए।
- OTP कहीं भी शेयर नहीं करना चाहिए।
Use Backup Email
कुछ मामलों में यदि नंबर बंद हो जाए और Password भी भूल जाएं या फिर अकाउंट हैक हो जाए तो ऐसे में आपके अकाउंट को रिकवर करने का काम आपका बैकअप ईमेल करता है। बैकअप ईमेल आपका दूसरा ईमेल होता है या Family का भी हो सकता है जिससे आप अपने अकाउंट को रिकवर करने में उपयोग करेंगे।
अगर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना है तो अकाउंट्स के लिए Primary Email के साथ Secondary Email जरूर बनाएं जिसका उपयोग आप अपने अकाउंट को रिकवर करने के लिए कर सकते हैं मान लीजिए आपका नंबर बंद हो गया है और ओटीपी नहीं आ रहा है तो आप ओटीपी को अपने सेकेंडरी ईमेल पर ले सकते हैं अब वह सेकेंडरी ईमेल आपका दूसरा ईमेल हो सकता है या आपके प्रिय जनों का हो सकता है इस बात का अवश्य ध्यान दें कि अगर आप अपने प्रिय जनों का ईमेल as a बैकअप ईमेल के रूप में कर रहे हैं तो वह Trusted होना चाहिए।
- बैकअप ईमेल आपका दूसरा ईमेल होता है।
- पासवर्ड भूल जाने पर या नंबर बंद हो जाने पर ओटीपी आप अपने बैकअप ईमेल पर ले सकते हैं।
- बैकअप ईमेल पर तभी ओटीपी आता है जब आप अपने Main ईमेल पर दूसरे ईमेल को as a Backup Email ऐड करेंगे।
Use Google Authenticator
सुरक्षा बढ़ाने के लिए गूगल द्वारा दी गई ऐसी सर्विस जो की Second Layer Security प्रदान करती है। जिस प्रकार सेकंड लेयर सिक्योरिटी के लिए ओटीपी लेने के लिए नंबर का उपयोग करते हैं ठीक उसी प्रकार गूगल ऑथेंटिकेटर का भी ओटीपी लेने के लिए उपयोग किया जाता है।
अपने सोशल या ऑनलाइन अकाउंट को गूगल ऑथेंटिकेटर से लिंक करने पर जब भी आप अपने अकाउंट को लॉगिन करेंगे तो उसके पहले गूगल ऑथेंटिकेटर के अंदर एक कोड आएगा जिसके बाद ही आप पूर्णता है Login कर पाएंगे।
- गूगल ऑथेंटिकेटर के अंदर ओटीपी 1 मिनट तक के लिए ही वैलिड रहता है।
- गूगल ऑथेंटिकेटर को लॉक या हाइड करके रखें ताकि जरूरत पड़ने पर सिर्फ आप ही उसे देख पाएं।
Don't Login to Unusual Websites
ज्यादातर उपयोगकर्ता किसी भी असामान्य वेबसाइट पर लॉगिन कर देते हैं जो की बहुत बड़ी गलती होती है। जब लोगों की जरूरत पड़े तभी लॉगिन करें और इस बात का जरूर ख्याल रखें कि जिस वेबसाइट पर आप Login कर रहे हैं तो वह Trusted और Secure हो। जब भी आप किसी असामान्य वेबसाइट पर Login करते हैं तो आपके अकाउंट से निजी जानकारी लीक होने की संभावना बढ़ जाती है इसीलिए जरूरत के अनुसार सुरक्षित वेबसाइट्स पर ही लॉगिन करें।
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Conclusion
प्रत्येक ऑनलाइन या सोशल मीडिया उपयोगकर्ता को सुरक्षा के प्रति ध्यान देने की आवश्यकता है कृपया इसे अनदेखा न करें यदि आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो अपने निजी डेटा के लिए जिम्मेदार बनिए।