पायरिया बीमारी को मेडिकल भाषा में Periodontitis कहा जाता है आम तौर पर किसी भी शब्द में टाइटिस लग जाता है तो वह Inflammation Of An Organ अर्थात किसी अंग विशेष में सूजन होना।
मसूड़ों में इन्फ्लेमेशन(सूझन) होना पायरिया का विशेष लक्षण है इस बीमारी से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे।
पायरिया क्या है What is Pyorrhea
पायरिया ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है डिस्चार्ज ऑफ पस, यह एक ऐसा रोग है जिसका सम्बन्ध मुख के स्वास्थ्य से है मसूड़ों में सूजन होना, कमजोर होना जिसकी वजह से दांत की पकड़ कमजोर हो जाती है और गिरने लग जाते हैं।
यह एक प्रकार का इन्फेक्शन है जो गम उतकों को इफेक्ट करता है किसी भी एज ग्रुप वालों को हो सकता है लेकिन 40 वर्ष से अधिक वालों में यह समस्या आम है।
दांतों की बीमारी पायरिया के प्रकार : Types of Periodontitis (Gum Disease) In Hindi
सामान्यतः इस बीमारी को तीन स्टेज में बांट दिया गया है आप किस तरह की समस्या से परेशान हैं पहचान कर सकते हैं।
Gingivitis
यह पायरिया का शुरुवाती स्टेज है जब आप ब्रश करते हैं तो आपके दांतों से खून निकलने लगता है और मसूड़े लाल रंग के कुछ सूझे हुए समझ आते हैं।
Mild Periodontitis
पायरिया का सामान्यतः दूसरा स्टेज है पहले स्टेज का इलाज न मिलने पर वही सिम्पटम थोड़ा सा गहरा रूप लेने लगते हैं जैसे दांतो का टेढ़ा मेढा हो जाना, मसूड़ों से अपनी जगह छोड़ देना और हड्डियों का कमजोर दूसरे पायदान के लक्षण हैं।
Advanced Periodontitis
यह सबसे गंभीर समस्या है इसमें दांतों में मवाद और ब्लीडिंग होने के साथ दुर्गंध की अवस्था और दांतों का टूटना शामिल है।
पायरिया के लक्षण : Symptoms Of Pyria
यह एक बैक्टिरियल डिजीज है तो दांतों और मुंह की साफ सफाई बहुत जरूरी है इसके कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं।
- मसूड़ों का लाल होना और लगातार सूखन बनी रहना।
- थूक और सांस से दुर्गंध आना।
- खाना चबाने की स्थित में दर्द की स्थिति बनना।
- दांतों के ऊपर एक चिपचिपा पदार्थ का आवरण महसूस होना।
- साफ सफाई में दांतों से खून का आना और मवाद बन जाना।
- दातों के बीच गैप बनने लगना और मसूड़ों का जगह छोड़ना।
- दांतों में पानी लगना इत्यादि लक्षणों का होना पायरिया होने का संकेत है।
पायरिया होने का कारण : Causes Of Periodontitis
इस बीमारी के कई कारण जिम्मेदार होते हैं बेसिकली तो जीवाणु इन्फेक्शन मुंह में बना रहता है और समय पर साफ सफाई न होने पर यह रोग विकसित हो जाता है इसके कुछ और भी कारण हो सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं।
- पायरिया रोग विटामिन B12, C, तथा D की कमी से होता है।
- कुछ केसों में अनुवांशिक रूप से यह बीमारी मौजूद होती है।
- ज्यादा धूम्रपान करने से।
- डायबिटीज की दवाइयां लेने से जो कम लार बनाती हैं।
- अपच की वजह से मुंह बैक्टीरिया जन्म लेते हैं और समय पर सफाई न होने की वजह से बीमारी का उद्गम होता है।
- जीवाणुओं की एक परत धीरे धीरे एक परत का निर्माण करती है जो प्लाक के कहलाता है अगर यह ज्यादा पुराना नहीं है तो टूथपेस्ट और ब्रश दिन में दो बार करने से हटाया जा सकता है लेकिन अगर पुराना हो गया तो यह कैलकुलस के रूप में और प्रभावी होता है।
- कैलकुलस, प्लाक का एक्सटेंडेड वर्जन है इसकी लेयर इतनी मजबूत होती है कि साधारण सफाई से हटाना संभव नहीं है।
- पायरिया के लिए घरेलू उपाय व आयुर्वेदिक इलाज : Home Remedies And Ayurvedic For Pyria Periodontitis
- इसका इलाज डॉक्टरों द्वारा स्केलिंग और रूट द्वारा होता है लेकिन कुछ उपायों से आप इसे घर में भी ठीक कर सकते हैं हालांकि यह प्राथमिक उपचार हैं।
- बेकिंग सोडा को टूथब्रश में पानी की बूंद मिलाकर मंजन की तरह करें इसमें डेंटीफ्राइस प्रॉपर्टीज होती है जो दांतों से प्लाक को हटाने में मदद करने के साथ ही गम की स्वेलिंग को हटाता है।
- नमक में सरसो का तेल मिलाकर उंगली के माध्यम से दांतो मे रगड़ें इसका रोगनाशक गुण आराम देता है।
- नारियल, सनफ्लावर, तिल और टी ट्री तेल से ऑयल पुलिंग अर्थात कुल्ला करने से लाभ फल मिलता है।
- काली मिर्च अथवा लौंग को पानी में भिगोकर पीस लें और इसमें कुछ बूंदे लेमन ग्रास तेल की मिलाकर दांतों में अप्लाई करें।
- आजकल बाजार में तुलसी का रस मिलता है इससे कुल्ला किया जा सकता है लेकिन घर पर इसका रस निकाल कर सेवन करना और बेहतर होगा।
- अदरक और नमक का पेस्ट बनाकर ब्रश से मंजन की तरह अच्छे से दांतों की सफाई करें।
- त्रिफला और तिल के तेल को मिलाकर काढ़ा तैयार करें और दांतों में लगाएं।
- खानपान में विटमीन सी वाले फलों का सेवन करें, गाजर, पालक नियमित रूप से खाएं।
- आयुर्वेदिक कम्पनी के मंजन का इस्तेमाल करें या पुरानी विधियों से पायरिया के लिए टूथपेस्ट (मंजन) खुद घर पर बनाएं।
- पंसारी की दुकान से मुलेठी की जड़ को लेकर धूप में अच्छे से सुखा लें और इसके बाद उसे पीस कर महीन कर लें फिर शहद मिलाकर अच्छे से दांतों और मसूड़ों में हफ्ते में कम से कम 3 से 4 बार अप्लाई करें।
पायरिया का इलाज : Treatment Of Periodontitis (Pyria)
पायरिया को जड़ से इलाज या खत्म करने के लिए दंत विशेषज्ञों द्वारा कुछ अंग्रेजी दवाई और सर्जरी की स्टेजेस बताई गई हैं इन्हीं प्रोसेस के इस्तेमाल से वह इसका पूर्णतः निदान करते हैं।
- मेडिकल इलाज की भाषा में स्केलिंग और रूट प्लानिंग कहते हैं जिसमे दांतों और मसूड़ों की सम्पूर्ण सफाई की जाती है।
- कुछ विशेष प्रकार के माउथ फ्रेसनर होते हैं जिनमे एंटी बैक्टीरिएल एलिमेंट्स मिले होते हैं जो इस रोग को खत्म करने में सहायक है।
- अगर दांतों और मसूड़ों की स्थित ठीक नही है तो दंत चिकित्सक द्वारा सर्जरी की सलाह दी जाती है।
- मसूड़ों को हटाकर नया मसूड़ा प्लांट करना यह जिंजीबल ग्राफ्टिंग का हिस्सा है यह वर्स्ट केस सिनेरियो की स्थिति में होता है।
निष्कर्ष:-
कई बार सामाजिक तौर पर इस बीमारी के चलते शर्मसार होना पड़ता है क्योंकि मुंह से दुर्गंध निकलती है आसपास बैठे लोगों तक पहुंचती है समय रहते इसको डॉक्टर को दिखाकर डायग्नोस कर क्योर करना अत्यंत जरूरी है।
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पायरिया के रोकथाम के लिए आवश्यक है कि पहले ही सचेत हो जाएं शुरुवाती लक्षण में ही डॉक्टर से परामर्श करें, हाइजीन का विशेष ध्यान और खानपान की जांच अवश्य करते रहें अगर आप किसी बीमारी की दवा लेते हैं तो यह आवश्यक है कि मुंह की हाइजीन को चेक करते रहें साथ ही ब्रश दो बार (सही तरीके से) करें।