जीवन में जटिल समस्या को विज्ञान द्वारा खत्म किया जा सकता है और वह जटिल समस्याएँ हमारे रोजमर्रा से संबंधित हो सकती है या शरीर से संबंधित। हमारे जीवन में विज्ञान में कंप्यूटर का बहुत बड़ा हाथ है अगर हम सीधे शब्दों में समझे तो हमारे दैनिक जीवन में कार्य करने को आसान तथा तेज बनाने में कंप्यूटर का उपयोग होता है ऐसे ही विज्ञान के क्षेत्र में Neuralink का भी बहुत बड़ा योगदान होगा जो इंसान को एक शक्ति प्रदान करेगा।
Neuralink उन कार्यों को संभव कर सकता है जो आम इंसान नहीं कर सकता और यह इंसान के साथ जुड़कर एक इंसान को क्षमता प्रदान करेगा तथा Neuralink उन लोगो के लिए भी सहायक है जिनके पास शारीरिक समस्याएँ हैं और यह सब Neuralink की मदद से होगा आखिर Neuralink क्या है कैसे काम करना है इसकी पूरी जानकारी मिलेगा आज आपको।
Neuralink
Neuralink का प्रचलन तथा शुरुआत Elon Musk ने की जिनका यह उद्देश्य है की Neuralink की मदद से मानव जीवन को और भी सरल बनाया जा सके मानव जीवन को उस स्तर तक ले जाएं जहां से मानव शरीर क्षमता को छुआ जा सके अर्थात जो शरीर करने में असमर्थ है वह भी किसी हद तक मुमकिन करना और यह संभव होगा मानव तथा Neuralink के मेल से।
Neuralink इंसान के लिए सिर्फ एक काम करने जैसी चीज ही नहीं बल्कि इंसान के जीवन का एक हिस्सा बन सकता है क्योंकि Neuralink टेक्नोलॉजी आने वाले समय में अपडेट होती रहेगी Elon Musk चाहते हैं की मानव जीवन Neuralink के मध्यम से सुधारा जा सके।
न्यूरलिंक क्या है - What Is Neuralink
Neuralink वह तकनीक है जिसके माध्यम से हमारे मस्तिष्क को कंप्यूटर से जोड़ने का कार्य करती है अर्थात नाम से स्पष्ट है की हमारे दिमाग में मौजूद Neurons को कंप्यूटर में Link करना ही Neuralink है। मस्तिष्क में मौजूद जानकारी तथा गतिविधि Neurons में होती है और Neurons में मौजूद जानकारी को Neuralink Chip (Neural Interface Device) द्वारा Computer तक पहुंचाना ही Neuralink है।
Feature | Description |
---|---|
Type | Brain-Computer Interface (BCI). |
Purpose | मस्तिष्क Activity को कंप्यूटरों और अन्य उपकरणों से जोड़ना। |
Implantation | Microelectrode Arrays (MEA) का उपयोग करके मस्तिष्क में। |
Electrodes | हजारों सूक्ष्म तार (electrodes) |
Recording | न्यूरॉन्स (neurons) से विद्युत संकेत। |
Data Processing | न्यूरल सिग्नल प्रोसेसिंग (NSP) द्वारा डिजिटल डेटा में रूपांतरण। |
Computer Interface | डेटा को समझने और विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयोग करने के लिए। |
Potential Applications | कृत्रिम अंगों का नियंत्रण, कंप्यूटरों के साथ सीधा संचार, Medical Treatment. |
Current Status | Research and development. |
Website | https://neuralink.com/ |
Neuralink काम कैसे करता है
Neuralink Chip एक Neural Interface Device है जिसको मस्तिष्क के अंदर लगाया जाता है और अंदर लगाने के पश्चात एक्टिवेट किया जाता है तभी यह Device दिमाग के अंदर काम करता है यह Chip विभिन्न कार्यप्रणालियों पर कार्य करती है।
- Signal (संकेत) Recording: Neuralink Chip दिमाग में मौजूद गतिविधि या विद्युत संकेतों को Record करता है।
- Transmission: अब यह Chip जो भी रिकॉर्ड करता है उसको Wirelessly कंप्यूटर तथा Smartphone में भेज देता है।
- Data Processing: अब जो भी Data प्राप्त होता है उसको Decode किया जाता है कंप्यूटर द्वारा उसके बाद ही उस डाटा को कंप्यूटर द्वारा Read किया जाता है और समझा जाता है की Owner क्या कहना चाहता है।
- Process: जो भी डाटा Process होता है उसका रिप्लाई कंप्यूटर द्वारा भी Chip में भेजा जा सकता है आंकलन हेतु ताकि मस्तिष्क समझ पाए की क्या डाटा पर है कुछ उन्नति तथा स्थिति पर लागू होता है और कुछ मामलों में Device ही Requirement होने पर मस्तिष्क को संकेत देता है।
Neuralink में कौन सी Technology का उपयोग हुआ है
Neuralink में विभिन्न प्रकार की Technologies का इस्तेमाल हुआ जो मस्तिष्क के संदर्भ में BCI अर्थात Brain Computer Interface के अंदर आता है। BCI में सभी कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के प्रयोगों से मस्तिष्क के लिए जरूरी तकनीकी का ही उपयोग किया गया है।
Technology | Description | Importance |
---|---|---|
माइक्रोइलेक्ट्रोड एरे (Microelectrode Arrays) | हजारों सूक्ष्म तारों (electrodes) से युक्त, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं (neurons) से Electrical Signals को रिकॉर्ड करते हैं। | Brain Activity को मापने का आधार। |
न्यूरल सिग्नल प्रोसेसिंग (Neural Signal Processing) | रिकॉर्ड किए गए Electrical signals को डिजिटल डेटा में परिवर्तित करता है। | डेटा को कंप्यूटर द्वारा समझने योग्य बनाने के लिए आवश्यक। |
मशीन लर्निंग (Machine Learning) | Brain activity और Behavior के बीच संबंधों को सीखता है। | विचारों, भावनाओं और इरादों को समझने और Translate करने में सक्षम बनाता है। |
कंप्यूटर-टू-ब्रेन इंटरफेस (Computer-to-Brain Interface) | कंप्यूटर से प्राप्त डेटा को मस्तिष्क में वापस भेजता है। | मस्तिष्क को सीधे उत्तेजित करने और Prosthetic limbs को Control करने की Permission देता है। |
रोबोटिक्स (Robotics) | Neuralink implantation प्रक्रिया को स्वचालित और अधिक Precise बनाता है। | मस्तिष्क में इलेक्ट्रोड को सटीक रूप से रखने में मदद करता है। |
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) | Neuralink System के सभी Aspects को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। | Data analysis to interface design तक सब कुछ बेहतर बनाने में मदद करता है। |
Neuralink Brain Chip की बनावट कैसी है
Neuralink Chip या डिवाइस को मस्तिष्क में फिट किया जाता है और इसीलिए इस Chip को छोटा तथा लचीला बनाया जाता है जिसके अंदर Microelectrode Array (MEA) होते हैं जो की मस्तिष्क में मौजूद विद्युत संकेतो को इलेक्ट्रोड की मदद से Record करते हैं।
न्यूरालिंक छोटा डिवाइस है और इसे शरीर द्वारा स्वीकारा जा सके इसीलिए इस Chip को Bio- Compatible बनाया जाता है जिससे दिमाग में मौजूद अंग या कोशिकाओं के साथ ढल सके तथा Chip बनाते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है की मस्तिष्क नाजुक होता है यह मस्तिष्क को हानि न पहुंचाए इसीलिए इसमें ऐसे सामग्री का उपयोग किया गया है जिससे मस्तिष्क में किसी भी प्रकार का नुकसान न हो और वायरलेस की बदौलत यह काम और भी आसान हो गया क्योंकि वायरलेस की वजह से कोई अतिरिक्त तारों का इस्तेमाल नहीं किया गया।
Neuralink Chip Device को कैसे लगाया जाता है
Neuralink Chip को लगाने के पहले जिस व्यक्ति पर इसे लगाना होता है उसका एक्सरे निकाला जाता है यह देखने के लिए की Chip लगाने योग्य मस्तिष्क है या नहीं तथा मस्तिष्क की एक्सरे के माध्यम से पुष्टि करने के बाद सर के ऊपर चीरा लगाया जाता है इसके बाद बारीकी से ऑपरेशन के माध्यम से Chip को मस्तिष्क में Implant किया जाता है। लेकिन ऑपरेशन के पहले सर का मुंडन होना आवश्यक है तभी सर्जरी सही तरीके से की जा सकती है।
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निष्कर्ष
आने वाले समय में इंसान और कंप्यूटर के बीच की सीमा को खत्म करने का प्रथम चरण हो सकता है जिससे मानव जीवन को और भी आसान बनाया जा सके और इस प्रयास में Elon Musk तथा वैज्ञानिक लगे हुए हैं।