वैसे तो सलमान खान का नाम एक दबंग छवि वाले एक्टर के रूप में जाना जाता है 90 के दशक से लेकर अभी तक उनकी छवि एक सफल अभिनेता के तौर पर रही है ज्यादातर उनके अफेयर या विवादों के बारे में देश भर के अखबारों और गलियारों में चर्चा होती रहती है।
इसके इतर भी उनका एक रूप और है जिसकी चर्चाएं कम ही होती रही है और यह है उनकी जिंदादिली के लिए, कहते हैं कि बॉलीवुड के भाईजान कहे जाने वाले सल्लू अपना वादा निभाने के लिए भी जाना जाता है हाल ही में उनके 2012 के समय का एक वादा था जो अब जा के पूरा हुआ है तो आइए जानते हैं कि आखिर कौन सी जिंदादिली वाला काम किया है इस सुपर स्टार ने।
सलमान खान का इंसानियत के प्रति समर्पण
भारतीय सुपरस्टार सलमान खान का स्टारडम किसी परिचय का मोहताज हैं सब जानते हैं कि अगर बॉलीवुड में सबसे ज्यादा चैरिटी करने वालों की लिस्ट बनेगी तो उनकी गिनती चुनिंदा लोगों में की जाएगी। Dabangg Khan एक Being Human नाम की संस्था चलाते हैं जो गरीबों और असहाय लोगों की मदद करती है अब तक इस संस्था ने कई हजार बच्चों के हार्ट ऑपरेशन और पढ़ाई जैसे कामों में मदद कर चुकी है।
हाल ही में सलमान द्वार बोन मैरो दान करने की पुष्टि हुई है इस बात का रजिस्ट्रेशन उन्होंने बीते कुछ दिनों पहले करवाया है आइए उनके Bone Marrow दान करने की पीछे की वजह बताते हैं।
सलमान ने 2010 में डोनेट किया था बोन मैरो
सलमान खान 2010 में एक कंसर्ट में दिख रहे हैं जहां एक अपनी बच्ची के साथ महिला ने उनसे बताया कि बेटी को कैंसर है और वह चाहती हैं कि आप उन्हें बोन मैरो दान करें तब सलमान ने कहा कि वह दान करवाएंगे, लेकिन उसके बाद की घटना यह थी कि उन दिनों भाईजान की फुटबाल टीम हुआ करती थी जहां उन्होंने खिलाड़ियों से बोन मैरो दान के लिए अपील की थी लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ।
जब कोई तैयार नहीं हुआ तब जा के सलमान और उनके भाई अरबाज ने खुद दान देने का फैसला लिया और 2010 में पूजा नाम की बच्ची को अपना बोन मैरो दान देकर कैंसर से जूझ रही बच्ची की जान बचाई। इस बात की पुष्टि एमडीआरआई में उनके द्वारा रजिस्ट्रेशन से हुई और मीडिया में यह बात वहां के डायरेक्टर पारेख ने की थी।
सलमान बोन मैरो देने वाले पहले भारतीय (Salman Khan became the first Indian person to donate bone marrow)
बॉलीवुड के मेगास्टार कहे जाने वाले "राधे" पहले भारतीय व्यक्ति हैं जिन्होंने बोन मैरो डोनेट किया है हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भाईजान लगातार इस दान की मुहिम के तहत अब तक 5000 लोगों को तैयार भी कर चुके हैं और इस पर लगातार उनकी संस्था बीइंग ह्यूमन द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है उनके सह अभिनेता सुनील शेट्टी ने इस काम के लिए तारीफ की, और उन्हें भगवान का बच्चा बताया।
सलमान की इस पर्सनेलिटी से लोगों में और ज्यादा फैन फॉलोइंग में इजाफा हुआ है हालांकि उन्होंने पब्लिकली अपनी वाह वाही नही की, कई लोगों ने सोशल मीडिया पर यह भी लिखा कि "नेकी कर दरिया में डाल" वक्तव्य को सलमान ने सही ढंग से फॉलो किया। 2025 में वह अपनी फिल्म "सिकंदर" में दिखने वाले हैं उनके चाहने वाले उनकी फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
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क्या है Bone Marrow
बोन मैरो को हिंदी भाषा में अस्थि मज्जा कहा जाता है यह हड्डियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण पदार्थ है। यह हड्डियों के केंद्र में पाया जाता है।
- यह वयस्कों में वजन का 4 प्रतिशत पाया जाता है जैसे किसी का वजन 60 है तो यह उस व्यक्ति में 2.4 किलोग्राम पाया जाएगा।
- बोन मैरो के अन्दर पाई जाने वाली कोशिकाएं RBC, WBC और प्लेट लेट्स बनाने में सहायक है।
- हड्डियों के कैंसर होने की स्थिति में कोशिकाओं का निर्माण बंद हो जाता है जिससे बोन मैरो के ट्रांसप्लांट की आवश्यकता पड़ती है।
निष्कर्ष
विश्व में सबसे पहले किसने अस्थि मज्जा का दान किया इसका विवरण ठीक से नहीं मिलता है लेकिन इसका इतिहास लगभग 50 साल पुराना है सबसे पहले 1968 में और भाई द्वारा बहन को और 1969 में डाक्टर थामस द्वारा सफल ट्रांसप्लांट किया गया।