कापू समुदाय: इतिहास, संस्कृति और प्रसिद्ध हस्तियां जिनका है इस समुदाय से संबंध

कापू समुदाय (Kapoo Caste) की जड़ें ऐतिहासिक और सामाजिक रूप से बहुत गहरी हैं इनकी विरासत दक्षिण भारत के मुख्यतः तीन राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में पाई जाती है इनका व्यवसाय खेती करना है "कापू" का शाब्दिक अर्थ संस्कृत के "कापय" से जोड़ा जाता है जिसका मतलब होता है  'संरक्षण या रक्षा' प्रदान करना।

कापू समुदाय: इतिहास, संस्कृति और प्रसिद्ध हस्तियां जिनका है इस समुदाय से संबंध

कापू जाति से जुड़े लोग समाज में महत्वपूर्ण भूमिका सदियों से निभाते आए हैं व्यापार, कृषि, और संस्कृति को संरक्षण प्रदान करना इनका धर्म है आज इस समाज से जुड़े लोग सिनेमा, व्यापार, राजनीति और कई अन्य सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के द्वारा एक अलग छाप छोड़ी है।

कापू समुदाय क्या है?

इतिहास में कई जगह उल्लेख मिलता है कि सातवाहन और समकालीन वंशों को बसाने में कापू जाति या समुदाय का विशिष्ट योगदान था और पीछे जाएं तो इनके मूल के बारे में पता चलता है कि कांपिल्य अर्थात अयोध्या के निकट से कम्पू जनजाति के लोग जब दक्षिण की तरफ बढ़े और वहां के जंगली क्षेत्रों को कृषि लायक भूमि बनाकर तैयार की और वहीं बस गए, ऐसा माना जाता है कि कापू समुदाय उन्हीं जनजातियों के वंशजों में से एक हैं लेकिन साफ तौर ऐतिहासिक स्पष्टता नहीं मिलती है इनके समुदाय के गोत्रों की बात करें तो कुछ विशेष जनकुला, महिपाल, पादीपाला, रघुकुल, कश्यप, धनुंजय, अथ्रेया, आदि हैं। 

कापू समुदाय: साउथ इंडिया की एक खास पहचान

प्राचीन भारतीय संस्कृति व इतिहास की बात करें तो शुरुआत समय से ही क़बीलाई सभ्यता के बारे में जानकारी मिलती हैं जो अपनी अपनी सीमाओं में वर्चस्वशाली थे जन कबीलों के बाद जनपद बने और फिर महाजनपद, मानव सभ्यता के विकास की प्रथम सीढ़ी में ही कापू समाज का ओरिजिन मिलता है इस समाज से जुड़े लोगों ने सामाजिक एकता और अपनी ऐतिहासिक परम्परा को कायम रखने का उदाहरण पेश किया है।

समाज में कृषि, वाणिज्य को सुरक्षा तथा संरक्षण लंबे समय से देते आए हैं, इतिहास से लेकर वर्तमान तक साउथ फिल्मी सिनेमा, राजनीति, व्यापार, सामाजिक एकता तथा कार्य हर क्षेत्र में इनका अतुलनीय योगदान है यह भारतीय संस्कृति धरोहर के साथ देश की तरक्की में भी सहभागिता निभा रहे हैं।

पुरातन काल से कृषि भूमि की रक्षा के साथ आज भी अपनी सामाजिक विविधता, भाषा, खान पान, रीति रिवाज, पहनावा और कल्चर को जीवित रखा है और अपनी अगली पीढ़ी को लगातार प्रेषित करते रहे हैं, आज यह कृषि तक ही सीमित नहीं है अपितु शिक्षा, राजनीति, सिनेमा, व्यापार हर जगह इनसे जुड़े नामी गिरामी दिग्गज हैं जिनकी ख्याति आज पूरे विश्व भर में है आइए जानते हैं इस समाज से जुड़े कुछ महान हस्तियों के बारे में।

कापू समुदाय से ताल्लुक रखने वाली कुछ महान हस्तियां

इतिहास से लेकर वर्तमान तक अनेक अद्वतीय लोग कला, सिनेमा, राजनीति और व्यापारिक तथा सामाजिक क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ी हैं आइए जानते हैं कुछ मुख्य लोगों के बारे में।

तेनाली रामकृष्ण (Tenali Ramakrishna)

साउथ के सबसे सफल साम्राज्यों में विजय नगर साम्राज्य के कृष्ण देवराय का नाम बड़े ही गौरव के साथ लिया जाता है इनकी सल्तनत में सैनिक से लेकर ग्रामीण प्रबंधन तक की बागडोर कापू समुदाय के लोग करते थे। तेनाली रामकृष्ण राजा कृष्ण देवराय के अष्टदिग्गज कवियों में गिने जाते थे जिनकी बुद्धिमत्ता और लेखन आज भी प्रचलित है।

एमएस संजीवी राव

काकीनाडा आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले Sanjeevi Rao एक कुशल राजनीतिज्ञ थे उनका जन्म 1929 में कापू समुदाय में हुआ था वह पूर्व प्रधानमंत्री के कैबिनेट में रहे और पहले इलेक्ट्रॉनिक आयोग के अध्यक्ष थे उन्हें भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स के पिता की उपाधि से नवाजा गया।

Megastar Chiranjeevi 

इन्हें साउथ फिल्म इंडस्ट्री का मेगास्टार कहा जाता है चिरंजीवी उन चुनिंदा एक्टरों में से हैं जिन्होंने साउथ सिनेमा को पूरे भारत में ख्याति दिलाने में अहम योगदान दिया है इनके बेटे रामचरण तेजा एक बेहतरीन अभिनेता हैं इनका परिवार ऐतिहासिक रूप से कापू समुदाय से है।

Pawan Kalyan 

पवन कल्याण भारतीय अभिनेता चिरंजीवी के भाई हैं और जन सेना पार्टी के संस्थापक हैं फिलहाल राजनीतिक सक्रियता में वह साउथ की तरफ से टॉप पर हैं वर्तमान में आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री हैं, उनके चाहने वाले पावर स्टार कहकर पुकारते हैं।

Allu Arjun 

पैन इंडिया में पुष्पा सीरीज की फिल्मों ने सफलता में झंडा गाड़ दिया है आज भारत समेत Allu Arjun की फिल्मों का डंका बज रहा है हाल ही में पुलिस केस के अलावा अपनी फिल्म पुष्पा 2 के लिए X पर कई दिनों तक नंबर एक पर ट्रेंड करते रहे, अल्लू की पारिवारिक पृष्ठभूमि का सम्बन्ध Kapu Caste से है।

कुर्मा वेंकट रेड्डी नायडू

वेंकट रेड्डी कुर्मा जो कि भारतीय राजनीति, वकील और शिक्षाविद् थे जो कि आजादी के पहले मद्रास प्रेसीडेंसी में गवर्नर रहे और बाद में मुख्यमंत्री का पद सम्हाला, यह इकलौते भारतीय हैं जिन्होंने दोनों पद सम्हाले इनका संबंध कापू समुदाय से है।

कापू समुदाय का इतिहास पुराना है लेकिन आज भी इनकी आने वाली पीढ़ियों ने अपने समाज की धरोहरों और परंपराओं को जीवित रखा है इस आधुनिकता के दौर पर इस समुदाय से जुड़े अनेकों लोगों ने राजनीति, खेल और सिनेमा जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया है , विभिन्नताओं में एकता की परम्परा रखने वाला हमारा देश ऐसे ही समाज, जाति और समुदाय की वजह से आगे बढ़ रहा है और विश्व गुरु की अवधारणा को सच साबित कर रहा है क्या आपने कभी इसके पहले कापू समुदाय के बारे में कभी पढ़ा है और कुछ अलग जानते हैं तो कमेंट में अवश्य लिखें।

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Amit Mishra

By Amit Mishra

नमस्कार! यह हमारी टीम के खास मेंबर हैं इनके बारे में बात की जाए तो सोशल स्टडीज में मास्टर्स के साथ ही बिजनेस में भी मास्टर्स हैं सालों कई कोचिंग संस्थानों और अखबारी कार्यालयों से नाता रहा है। लेखक को ऐतिहासिक और राजनीतिक समझ के साथ अध्यात्म,दर्शन की गहरी समझ है इनके लेखों से जुड़कर पाठकों की रुचियां जागृत होंगी साथ ही हम वादा करते हैं कि लेखों के माध्यम से अद्वितीय अनुभव होगा।

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